मिशन शक्ति फेज 5.0 के तहत महिला सहायता प्रकोष्ठ / परिवार परामर्श केंद्र गाजीपुर द्वारा रविवार को पुलिस लाइन प्रांगण में पारिवारिक विवादों के समाधान हेतु विशेष मध्यस्थता सत्र आयोजित किया गया। श्रीमान पुलिस अधीक्षक गाजीपुर के कुशल निर्देशन में आयोजित इस सत्र में कुल 37 पारिवारिक प्रकरणों की सुनवाई की गई।
इस दौरान 05 परिवारों में पति-पत्नी के बीच समझौता कराकर स्नेहपूर्वक विदाई कराई गई। विवादित पक्षों ने आपसी गिले-शिकवे भुलाकर राजी-खुशी एक साथ जीवन शुरू करने का निर्णय लिया।

मध्यस्थता प्रक्रिया और परिणाम
कुल 37 प्रकरणों की सुनवाई में प्रकरणों में समझौता सफल, सकुशल विदाई कराई गई
प्रकरणों में मध्यस्थता असफल — विधिक कार्यवाही हेतु पत्रावली बंद की गई।
प्रकरणों में विवाद समाप्त — आपसी सहमति से पत्रावली बंद की गई।
शेष मामलों की अगली तिथियां निर्धारित की गईं।
मध्यस्थता के दौरान दोनों पक्षों की स्वतंत्र रूप से बात सुनी गई तथा किसी भी प्रकार का दबाव नहीं बनाया गया। असफल मामलों में पीड़ित पक्ष को विधिक सहायता के बारे में अवगत कराया गया।
प्रमुख भूमिका निभाने वाले अधिकारी/कर्मी
विक्रमादित्य मिश्र, वीरेंद्र नाथ राम, महिला आरक्षी रागिनी चौबे, महिला आरक्षी सोनाली, महिला आरक्षी सबिता, महिला आरक्षी संध्या और आरक्षी शिवशंकर सहित टीम के सदस्यों ने सभी प्रकरणों के निस्तारण में सक्रिय भूमिका निभाई।
एसपी गाजीपुर का बयान
“हमारा उद्देश्य है कि घरेलू विवादों को संवेदनशीलता के साथ सुलझाया जाए और महिलाओं को त्वरित न्याय मिले। जहाँ समझौता सम्भव है, वहाँ परिवार को दोबारा जोड़ना ही हमारी प्राथमिकता है,”













