सैदपुर: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज सैदपुर विधायक अंकित भारती की शादी संपन्न होने के बाद वर-वधु से आशीर्वाद लेकर मीडिया से बातचीत कर रहे थे। बिहार चुनाव और राष्ट्रीय राजनीति को लेकर उन्होंने कड़ा तेवर दिखाते हुए कई आरोप और भविष्य संबंधी दावे भी किए।

अखिलेश ने कहा कि बिहार अब बदलाव चाहता है और विकास की ओर जाना चाहता है। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले इंडिया गठबंधन इसलिए बातें करता था कि नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाया जा सके, लेकिन अब वह केवल चुनावी चेहरे के रूप में मुख्यमंत्री बनाए गए हैं — “नीतीश कुमार सिर्फ चुनावी दूल्हा हैं, पद के लिए दूल्हा नहीं है।”
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पदों को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि ये जनता तय करती है, यह कोई अखबार का विज्ञापन नहीं है। उन्होंने यूपी के हालात की ओर इशारा करते हुए कहा कि वहां वैकेंसी बन जाने से बड़े स्तर पर असर पड़ा और पड़ोसी जनपद में प्रधानमंत्री भी हार गए।
अखिलेश ने विदेश नीति पर भी तंज कसा और कहा कि अमेरिका समय-समय पर देश को आईना दिखा रहा है और हमारे प्रधानमंत्री को “किलर” तक कह दिया। उन्होंने अर्थव्यवस्था पर भी चिंता जताई — ऐतिहासिक तौर पर बुनकरों पर पड़ रहे असर और टैरिफ के चलते गाजीपुर, बनारस व भदोही के बुनकर प्रभावित हो रहे हैं।
अन्होंने गाजीपुर के मतदाताओं से भरोसा जताया कि वे समाजवादी पार्टी को फिर से अवसर देंगे। किसान, युवा व अन्य वर्गों की मदद के वादे दोहराते हुए उन्होंने कहा कि सरकार में आने पर समाजवादियों के समय में फौज की नौकरी को पक्का किया जाएगा।
राहुल गांधी के नाटकीय प्रदर्शन संबंधी बयान पर अखिलेश ने कहा कि “अमेरिका का राष्ट्रपति हमारे प्रधानमंत्री को किलर कह रहा है” — यह टिप्पणी उन्होंने पुनः दोहराई।
नीतीश कुमार पर तीखे आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लोगों को मंच पर माला पहनाने वाले दूल्हे हैं और चुनाव के बाद वे वही चेहरा नहीं रहेंगे। उनका दावा था कि तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।
लालू परिवार में उपजे विवादों पर उन्होंने भाजपा को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि भाजपा धारणा फैलाकर समाज में वैमनस्यता पैदा करती है। गन्ना समर्थन मूल्य व किसानों की समस्याओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि डीजल, उर्वरक और बिजली महंगी होने से किसानों की स्थिति बिगड़ी है और बकाया मंगायों का भुगतान भी चुनौती बना हुआ है।
निर्वाचन आयोग और बीएलओ सूची पर भी उन्होंने गंभीर आरोप लगाए — अखिलेश ने कहा कि बीएलओ सूची में यादव व मुस्लिम समुदाय के लोगों को शामिल नहीं किया गया है, जबकि इनमें सबसे अधिक मतदाता हैं; यह गंभीर पक्षपात की बात है। उन्होंने कहा कि यदि चुनाव व्यवस्था निष्पक्ष नहीं हुई तो लोकतंत्र प्रभावित होगा।
भाजपा के पूर्व विधायक राघवेंद्र सिंह की मुस्लिमों पर आपत्तिजनक टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि ऐसे बयानों से मर्यादा का उल्लंघन होता है और मर्यादा पुरुषोत्तम राम का नाम लेकर भाजपा को सबक सिखाना चाहिए।
चाचा शिवपाल यादव के प्रचारक सूची में न होने पर अखिलेश ने कहा कि “किसी चाचा का नाम गायब नहीं है” और संसाधन सीमित होने का हवाला देते हुए जो संभव होगा, वह किया जाएगा। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि चाचा के लिए अलग हेलीकॉप्टर लाना पड़ेगा, जबकि पिछले दस साल में पार्टी सरकार में नहीं रही — “हेलीकॉप्टर कहां से लाते हैं, लोग चंदा भी नहीं देते।”
अखिलेश ने कहा कि तेजस्वी, राहुल और उनकी राजनीतिक टीम देश में रोशनी लाने का प्रयास कर रही है और उनका भविष्य उज्ज्वल रखने के लिए मेहनत जारी रहेगी।













