
गाज़ीपुर। करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के गंधपा गांव में विधवा गुनिया देवी बिन्द की पिटाई के मामले में पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ चौ. लौटन राम निषाद ने पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पत्र में उल्लेख किया गया है कि गंधपा गांव निवासी विधवा गुनिया देवी बिन्द को पुलिस कर्मियों द्वारा घर से उठाकर बेरहमी से पीटा गया, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसकी पिटाई में महिला पुलिसकर्मी शामिल नहीं थीं, बल्कि पुरुष पुलिसकर्मियों ने उसे मारा।
इस प्रकरण में पुलिसकर्मी शाहिद सिद्दीकी और अंकिता यादव को निलंबित किया गया है। पत्र में कहा गया है कि “इन दोनों की घटना में कोई संलिप्तता नहीं है, बल्कि राजनीतिक दबाव में जातीय और सांप्रदायिक रंग देकर निर्दोष कर्मियों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है।”
चौ. लौटन राम निषाद ने एसपी से मांग की है कि राजनीतिक दबाव में की गई कार्रवाई को रद्द कर मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और वास्तविक दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि निर्दोषों के साथ अन्याय न हो।













