गाजीपुर। “स्वास्थ्य और उसका सम्यक समाधान” विषय पर को जमानिया मोड़ खिदराबाद में निरामय आयुर्वैदिक चिकित्सा केंद्र का भव्य उद्घाटन समारोह सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर स्वबोध आश्रम श्री ज्योतिर्धाम वाराणसी के प्रतिष्ठाता प्रज्ञा पुरुष श्री आनंद प्रभु ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
उद्घाटन समारोह में श्री आनंद प्रभु ने श्रद्धालुओं और उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि —
“स्वास्थ्य का वास्तविक अर्थ स्व में अवस्थित होना है। दुर्भाग्य से आधुनिक समाज केवल शरीरगत चिकित्सा तक सीमित है, जबकि वेदों ने पराविद्या के माध्यम से पूर्ण स्वास्थ्य की परिकल्पना की है। वैदिक ज्ञान ही हमें समग्र और दिव्य स्वास्थ्य की ओर अग्रसर कर सकता है।”
उन्होंने कहा कि आयुर्वेद मात्र चिकित्सा पद्धति नहीं, बल्कि एक वैदिक मार्गदर्शक है जो व्यक्ति को अहं चेतना से मुक्त कर आत्मचैतन्य से जोड़ता है। आज आवश्यकता है कि समाज वेदों के मूल ज्ञान की ओर लौटे ताकि वह केवल शारीरिक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और मानसिक रूप से भी स्वस्थ हो सके।
इस अवसर पर डॉ. श्याम लाल यादव, डॉ. विनय गुप्ता, डॉ. अनिल तिवारी, डॉ. अरविंद कुमार राय, श्री कालिका यादव (व्यापार मंडल जिला अध्यक्ष), श्री गुड्डू केसरी, श्री संजय गुप्ता, डॉ. शहनाज, श्री रामाश्रय सिंह (एडवोकेट), श्री विमल कुमार (एडवोकेट) और फोटोग्राफर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष श्री सुधीर केसरी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में वैदिक चिकित्सा के प्रसार और जन-जागरूकता के लिए सामूहिक संकल्प लिया गया













