गाजीपुर।राजकीय मेडिकल कॉलेज से जुड़ा जिला अस्पताल अब मरीजों के लिए और सुविधाजनक होने जा रहा है। अस्पताल में ओपीडी पर्ची कटाने के लिए लम्बी कतारों में खड़े रहने की समस्या को देखते हुए प्रशासन ने चार नए पर्ची काउंटर बढ़ाने का निर्णय लिया है।
अस्पताल में प्रतिदिन औसतन तीन से चार हजार मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। सीमित संख्या में मौजूद काउंटरों पर भीड़ बढ़ जाने से मरीजों को घंटों लाइन में लगना पड़ता है। इस दौरान कई बार धक्का-मुक्की की स्थिति भी बन जाती है, जिससे बुजुर्ग और गंभीर रूप से बीमार मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
नई व्यवस्था के तहत अस्पताल की पहली मंजिल पर चार अतिरिक्त ओपीडी पर्ची काउंटर तैयार किए जा रहे हैं। इन काउंटरों के शुरू होने के बाद पर्ची कटाने की प्रक्रिया तेज होगी और भीड़ का दबाव कम होगा।

मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. आनंद मिश्रा ने बताया कि “अस्पताल की पहली मंजिल पर चार नए पर्ची काउंटर बनाए जा रहे हैं। इससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी और सेवा व्यवस्था में सुधार आएगा।”उन्होंने कहा कि अस्पताल में लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या को देखते हुए सुविधाओं का विस्तार प्राथमिकता पर किया जा रहा है।
डिजिटल पर्ची व्यवस्था में भी आ रही दिक्कतें
अस्पताल में आभा एप (ABHA App) के माध्यम से ऑनलाइन पर्ची बनाने की सुविधा तो उपलब्ध है, लेकिन मरीजों को नेटवर्क की समस्या के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कई मरीजों ने बताया कि एप से रजिस्ट्रेशन या पर्ची जनरेट नहीं हो पाती, जिससे उन्हें फिर से काउंटर की लाइन में लगना पड़ता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि नेटवर्क कनेक्टिविटी और डिजिटल प्रणाली को दुरुस्त किया जाए, तो ओपीडी पर्ची व्यवस्था और भी सुचारु हो सकती है।
सुधार की दिशा में कदम
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि जल्द ही नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। नई काउंटर प्रणाली के बाद मरीजों को पहले की तुलना में तेजी से पर्ची मिल सकेगी और भीड़भाड़ की समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी।प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि आने वाले दिनों में अन्य सेवाओं में भी सुधार किया जाएगा, ताकि मरीजों को एक बेहतर, सुरक्षित और सुविधाजनकस्वास्थ्य सेवा वातावरण मिल सके।













