गाजीपुर। समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय समता भवन में पार्टी संस्थापक, पूर्व रक्षा मंत्री एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पद्मविभूषण मुलायम सिंह यादव की पुण्यतिथि पर माल्यार्पण एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने की।

कार्यक्रम की शुरुआत में कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने नेताजी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और लोकतंत्र, संविधान, धर्मनिरपेक्षता तथा सामाजिक न्याय की रक्षा का संकल्प लिया।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में सपा सांसद अफजाल अंसारी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव, लोकनायक जयप्रकाश नारायण और डॉ. लोहिया के बाद समाजवादी विचारधारा के सबसे बड़े पैरोकार थे। वे सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र के प्रबल समर्थक एवं सजग प्रहरी थे।अफजाल अंसारी बोले – “नेता जी ने संविधान और सामाजिक न्याय की रक्षा के लिए आजीवन संघर्ष किया”

उन्होंने कहा कि नेता जी ने सदैव कमजोर, वंचित और पिछड़े तबकों के सम्मान व अधिकारों के लिए संघर्ष किया। फूलन देवी और बाबरी मस्जिद के संदर्भ में उन्होंने अन्याय के विरुद्ध खड़े होकर संविधान की रक्षा की।
बसपा की लखनऊ रैली पर प्रतिक्रिया देते हुए अफजाल अंसारी ने कहा कि यह “बसपा और भाजपा की संयुक्त रैली” थी और मायावती का बयान “आत्मघाती” है।
विधायक जैकिशन साहू ने कहा कि नेता जी सत्ता के लिए नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए आजीवन संघर्षरत रहे। जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने कहा कि नेता जी गरीबों और पिछड़ों के मसीहा थे। गरीब उनके दिल में थे और नेता जी गरीबों के दिल में।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं नेतागण उपस्थित रहे।














