गाजीपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में संपूर्ण देश की भांति गाजीपुर की माधव बस्ती में भी संघ स्थापना एवं विद्यादानी उत्सव आयोजित किया गया।

इस अवसर पर संघ के स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणेश में पत्र संचालन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर के शिक्षा संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ. यस डी. परिहार ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक श्री प्रभात जी थे।
कार्यक्रम का प्रारंभ मंचासीन अधिकारियों द्वारा भगवान श्रीराम और भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पण और शस्त्र पूजन के साथ हुआ। इस दौरान श्री प्रभात जी ने संघ के स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि संघ ने 100 वर्षों की यात्रा में कठिन परिश्रम करके इसे विश्व का सर्वश्रेष्ठ और सबसे बड़ा संगठन बनाया है। उन्होंने बताया कि संघ का उद्देश्य व्यक्ति निर्माण से समाज निर्माण और समाज निर्माण से राष्ट्र निर्माण करना है।

डॉ. परिहार ने कहा कि संघ की स्थापना के समय ही संस्थापक पूज्य डॉक्टर जी ने स्पष्ट किया था कि संघ कोई नया कार्य नहीं कर रहा है, बल्कि कार्य की पद्धति और तंत्र नया है। उन्होंने कहा कि संघ ने शिक्षा के क्षेत्र में विद्या भारती, मजदूरों के क्षेत्र में भारतीय मजदूर संघ, विद्यार्थियों के क्षेत्र में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, धर्म के क्षेत्र में विश्व हिंदू परिषद सहित लगभग 40 संगठनों के माध्यम से राष्ट्र और समाज के कल्याण के लिए कार्य किया है।

श्री प्रभात जी ने यह भी बताया कि संघ ने हमेशा आपदा और राष्ट्र की आवश्यकता के समय समाज और देश की सेवा में अग्रणी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण तक का मार्ग संघ के प्रयासों से सुसज्जित हुआ है।
कार्यक्रम का समापन संघ के आदर्श और राष्ट्र कल्याण के संदेश के साथ किया गया। उपस्थित सभी स्वयंसेवकों ने शताब्दी वर्ष में इसी उत्साह और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने का संकल्प लिया।













