
डॉ. कुंवर नसीम रजा को यूरो एशियन विश्वविद्यालय, एस्टोनिया द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया जाना न केवल उनके व्यक्तिगत योगदान का सम्मान है, बल्कि यह हमारी साझी सांस्कृतिक विरासत और इतिहास को संरक्षित रखने की दिशा में उनके समर्पण की भी सार्वजनिक सराहना है।
उपाधि का कारण: साझी विरासत और ऐतिहासिक संग्रह के संरक्षण में विशेष योगदान।
सम्मान समारोह: दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में अभिनेता राहुल रॉय और विश्वविद्यालय के अधिकारी उपस्थित थे।
स्थानीय स्वागत: गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर जोरदार स्वागत किया गया।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: 12वीं पीढ़ी में उनके पूर्वज हिंदू समाज से थे, जो बाद में इस्लाम धर्म में परिवर्तित हुए। नसीम रजा आज भी दोनों परंपराओं को सम्मान के साथ सहेजते हैं।
संग्रह कार्य: उन्होंने फारसी दस्तावेज, पांडुलिपियां, डाक टिकट, प्राचीन ईंटें, शादी के कार्ड आदि का वर्षों से संग्रह किया है।
पहचान: पहले ही उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो चुका है।
यह सम्मान यह दर्शाता है कि हमारी साझा संस्कृति और विरासत के संरक्षण के लिए निस्वार्थ भाव से किए गए प्रयासों को वैश्विक स्तर पर भी सराहा जा रहा है।
डॉ. कुंवर नसीम रजा जैसे व्यक्तित्व नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं, जो यह सिखाते हैं कि अतीत को सहेज कर रखना, आने वाले समय की नींव मजबूत करने जैसा है।













